tag:blogger.com,1999:blog-8446349388686024211.post5559788058010415850..comments2023-10-02T00:57:24.587-07:00Comments on पलकों के सपने: कटी पतंगमेरे भावhttp://www.blogger.com/profile/16447582860551511850noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-8446349388686024211.post-12377696026304568442010-11-19T00:45:11.205-08:002010-11-19T00:45:11.205-08:00समय के थपेड़े
और
परिस्थितियां
ही तय करते हैं
हमा...समय के थपेड़े <br />और<br />परिस्थितियां<br />ही तय करते हैं<br />हमारे जीवन की दिशा<br />और नियंत्रित होती है<br />गति<br />किन्हीं हाथों से <br /><br />यथार्थपरक कविता ।<br />सचमुच, जीवन की डोर किसी और के हाथों में है।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8446349388686024211.post-38269251001679546262010-11-19T00:04:42.347-08:002010-11-19T00:04:42.347-08:00आकाश में उड़ती रंग बिरंगी पतंगों के माध्यम से
शब्...आकाश में उड़ती रंग बिरंगी पतंगों के माध्यम से<br />शब्दों को चुन-चुन कर तराशा है आपने ...प्रशंसनीय रचना।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8446349388686024211.post-53494943216014566552010-11-18T05:53:46.783-08:002010-11-18T05:53:46.783-08:00पोस्ट बहुत अच्छी लगी. बेहद गंभीर विषय है. शायद खु...पोस्ट बहुत अच्छी लगी. बेहद गंभीर विषय है. शायद खुद पतंग भी पतंग नहीं होना चाहती पर हमारी ही तरह उसकी किस्मत में क्या लिखा है वो नहीं जानतीरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8446349388686024211.post-55552250481453777692010-11-17T07:23:35.485-08:002010-11-17T07:23:35.485-08:00भावपूर्ण रचना।भावपूर्ण रचना।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8446349388686024211.post-62814517560488755412010-11-17T06:42:41.748-08:002010-11-17T06:42:41.748-08:00खास अवसरों पर
लड़ाए जाते हैं
पेंच
मनोरंजन के लिए
ज...खास अवसरों पर<br />लड़ाए जाते हैं<br />पेंच<br />मनोरंजन के लिए<br />जो पतंग से ज्यादा<br />उनके मालिकों के बीच<br />होते हैं<br />शीतयुद्ध जैसे<br />==========<br />डोर चाहे<br />कितनी भी मजबूत<br />क्यों न हो<br />कटना ही उसकी<br />नियति है<br />============<br />बहुत ही अच्छी कविता !<br />शानदार और जानदार !<br />बधाई हो !<br />=============<br />रामपति जी, मैं आपका ब्लोग <br />नियमित देखता हूं !<br />कोमेंट न कर पाऊं तो <br />कभी भी अन्यथा न लें !ओम पुरोहित'कागद'https://www.blogger.com/profile/13038563076040511110noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8446349388686024211.post-22761089399535763022010-11-17T06:31:52.040-08:002010-11-17T06:31:52.040-08:00रंग बिरंगी
पतंगों के
भाग्य की
विडंबना ही है कि
उन्...रंग बिरंगी<br />पतंगों के<br />भाग्य की<br />विडंबना ही है कि<br />उन्हें खुद नहीं पता <br />कि कटने के बाद <br />गिरेंगी किसके आँगन <br />या फिर किसी <br />तरू शाख पर <br />झूलती रहेंगी <br />चिंदी चिंदी होने तक . <br />अतिसुन्दर भावाव्यक्ति , बधाईSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8446349388686024211.post-38485414981052594592010-11-17T05:39:55.261-08:002010-11-17T05:39:55.261-08:00आकाश में उड़ती रंग बिरंगी पतंगों के माध्यम से मान...आकाश में उड़ती रंग बिरंगी पतंगों के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं का प्रभावी संयोजन।तिलक राज कपूरhttps://www.blogger.com/profile/03900942218081084081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8446349388686024211.post-65759571052477525252010-11-17T05:21:04.545-08:002010-11-17T05:21:04.545-08:00जीवन की विडंबना को बहुत सुन्दर शब्द दिए हैं आपने.....जीवन की विडंबना को बहुत सुन्दर शब्द दिए हैं आपने...इस भावपूर्ण रचना के लिए बधाई स्वीकार करें...<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.com