ख़ुशी की उम्र
इतनी कम क्यों है
कोई बता दे
जिन्दगी ऐसी क्यों है ।
गम के बादल
छंटते नहीं क्योंकर
सुख का सूरज
डूबता है क्योंकर ।
अभी अभी मिले थे तुम
अभी अभी जाना क्यों है
रोक सकता नहीं क्यों मैं
इतना मजबूर क्यों हूँ मैं ।
आसूं ये रूकते थमते नहीं
खुलकर रो सकता भी नहीं
लबों पर हंसी आई भी नहीं
अभी अभी चली गयी क्यों है ।
शुरू हुआ है अभी सफ़र
न जाने कौन सी रह गुजर
क्या साथ होंगे हमसफ़र
मंजिल पर नजर नहीं क्यों है ।
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